1 . लेखांकन का इतिहास
लेखाकर्म का इतिहास धन के इतिहास से संबंधित है
| इसका प्रमाण मौजूद है कि बेबीलोनियन काल में वित्तीय लेखाकर्म किसी न किसी रूप
मे था, लेकिन Double Entry System सबसे पहले इटली में शुरू हुआ |
Fra Lucas Pacioli (फरा लुकास पैसियोली) को इसका जन्म दाता माना
जाता है | वह एक Mathematician थे | 1494 में इटली के वेनिस नगर में उन्होंने कई किताबें लिखी |
जैसे- सुमा-डे-अरिथमेट्रिका, ज्योमेट्रिका (Summa De Arithmetrica,
Geometirca) |
इसमें उन्होंने एक Lesson लिखा था ‘De Computiset Scripturise’ | यह किताब Double Entry System की सबसे पहली
किताब है | यह किताब mathematics की थी और यह Italian भाषा मे लिखी गई थी जिसका
अंग्रेजी मे रूपांतरण Hug Old Cassel (हग ओल्ड कैसल) ने 1543 में London में किया था |
विश्व स्तर पर Priciple of Accountancy में एकरूपता लाने के लिए 29 जून, 1973 को 9 देशों के 16 Accounting Bodies में एक समझौता हुआ जिससे Internation Accounting Standards
Committee (IASC) का गठन हुआ और इसका Main Office, London में बनाया गया | इसमे जो देश शामिल थे वे हैं- U.S.A, Canada, Briten & Ayarland, Australia,
France, Jarmani, Japan, Mexico and Neitherland.
इसे देखते हुए भारत में भी जागरूकता आई जिससे
अप्रैल 1977 में Institute of Chartered Accountants of India ने मे Accounting Standard Board को Establish किया | अब यह अंतराष्ट्रीय मानको के आधार पर ही काम करता है |
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